Saturday, November 20, 2010

ददरी मेला

ला भैया आ गईल ददरी के मेला ............. आज भोर में मुख्य नहान बा ,आ इहे बेरा से लोग सतुआ बाँध के आवे शुरू हो गईल बा ,आज शाम के गंगा जी के बहुत ही सुंदर आरती होखे वाला बा .काशी से पंडित और आरती करे वाला लोग आ गायेल बा लोग ,एक दम गर्दा के व्यवस्था बा .
ददरी में पूर्णिमा के दिन नहान कर के बाबा भृगु मुनि के दर्शन करे के बिधान बा ,संगे संगे बाबा बालेश्वर नाथ के चरणों में माथा नवावे के चाही सब अगला पिछला जनम सवारथ हो जाला ,कार्तिक पूर्णिमा के पूर्व संध्या पर सब भाई लोगन के बहुत बहुत शुभकामनाये .
बोले बोले भृगु बाबा के जय ,

Wednesday, November 17, 2010

बलिया महोत्सव




वाह का फिजा रहे एकदम मस्त  -कलाकार लोगो ने जो बवाल मचाया वास्तव में मजा आ गया ,सबसे पाहिले लोकल कलाकारन के बारी रहे ओकरा बाद मथुरा और ब्रज के कलाकार राधा कृष्ण के कलाओ के मंचन से सबकर दिल जीत लिहलन  समापन भोजपुरी सम्राट भारत शर्मा के गीत संगीत से भईल  .एकरा आलावा कन्हैया हरिपुरी के प्रस्तुति भी बहुत बेहतरीन रहे  ,एकबार फेर से हम जिला अधिकारी के बहुत बहुत धन्यवाद और बधाई दे तानी .

Tuesday, November 16, 2010

बलिया महोत्सव

ददरी मेला से पहिले बलिया में बलिया महोत्सव के आयोजन चल रहल बा ,जेमे बलिया के सांस्कृतिक झांकी देखावल जात बा ,शहीद मंगल पाण्डेय जी के ऊपर बड़ा बढ़िया जानकारी दिहल गईल बा ,बड़ा नीमन तरीका से ऊहा के बारे में बतावल बा ,सांझी के बड़ा जोरदार रंगारंग कार्यक्रम हो ता ,ई सब के बढ़िया से करे के खातिर जिला अधिकारी के बहुत बहुत बधाई ,कम से कम बलिया में इह तरह के आयोजन ते शुरू होखल जेकरा से हमर नया पीढ़ी के कुछ ता जानकारी एयर सीख मिली  और लोग अपना मति स जूडी ,जय भृगु बाबा की ,जय बलिया

Thursday, November 11, 2010

CHATT PUJA

OM SURAYAY  NAMAH
 @@@@@@@@@@@@@@ SURYA KHASHTI VRAT @@@@@@@@@@@@@@
                SABHI    KO BAHUT BAHUT
                                                                 SHUBHKAMNAYE
           BHAGWAN AAPKI SABHI MANOKAMNA
                                                                                        PURI KARE

Tuesday, November 9, 2010

Door ho kar bhi itna sata rahe ho tum
Dil ke raste rooh me sama rahe ho tum
Aankhe band kar ke bhi kareeb pata hoo tumhe
Aaj kyoon itna sata rahe ho tum
Door ho kar bhi itna sata rahe ho tum
Dil ke raste rooh me sama rahe ho tum
Aankhe band kar ke bhi kareeb pata hoo tumhe
Aaj kyoon itna sata rahe ho tum